आओ तुम्हें किस्सा बताऊं
उस समय के कांड का
जो खुरापाती रहा होगा
रचनाकार इस ब्रह्मांड का
जब धरा देख आकाश को
सूना सूना कुछ लगा होगा
तभी उसने भी खेल नया
खेलने को सोचा होगा
आओ धारा तुम सहयोग करो
चारों तरफ फैले इस जल का
जिससे मिलकर खड़ा हो सके
एक शानदार नमूना कल का
तभी पवन,अनल ने मिलकर
आकाश का सहयोग किया होगा