WithinYOU POETRY
The words of deep emotion are here.
Friday, September 21, 2018
किसान
धोती पहने, कपड़ा बांधे
नंगे पैर निकलता किसान
तड़पती धूप, कड़कती सर्दी
खेतो में रोज दिखता किसान
देश बंद हो, मजदूर दिवस
हड़तालें या फिर रविवार
सत्य मानों या ठुकरा दो
जीवन एक संहर्ष किसान
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