Monday, January 06, 2020

गरीबी

गरीबी की मार 
छोड़ती कहा है
पीछा,
पहाड़ो के किसान
अपनी जमीन बेच
अमीर हुए
दो बरस के लिए,
जिस पर एक
हवेली बनी
दिल्ली का सेठ
एक महीना
छुट्टी पर आया
फिर चला गया, 
अब वह किसान
हवेली के गेट पर
पहरा देता है
जिसके नीचे दफ़न हुआ
पसीना,
उसे सोने नहीं देता
क्या करें,
गरीबी पीछा नही छोड़ती

पेड़

देखना उस खेत में
एक मजबूत 
टहनियों वाला पेड़
जरूर होगा
जो किसान
बैंक से,
कर्जा लाया है
और तुम्हें लगता है कि
किसान,
वैज्ञानिक खेती से
कृषि वानिकी कर रहा है।

मानवता

उस छत में

दो कबूतर

रहना चाहते हैं

जिसकी

जमीनी मंजिल वाले

किरायेदार,

किराया न देने पर

निकाले गए

मानवता मर गई

क्या कोई सुबूत है

अब उन कबूतरों का क्या होगा