उस अनकही सी बात का
इन लम्हों में साथ का
इंतजार तो है
आने वाली उन यादों का
हंसाने वाली उन बातों का
इंतजार तो है
प्यारी सी एक आस का
और अपनों के पास का
इंतजार तो है
उन गुदगुदाती सी बातों का
और सपनों से भरी रातों का
इंतजार तो है
मृदू ऋतु सावन का
और निर्झर उड़ती पवन का
इंतजार तो है
गुजरते हुए राही का
और हमेशा तत्पर सिपाही का
बिछड़ने में दर्द का
और जाड़ों में सर्द का
इंतजार तो है
इस युग में संस्कृति का
और युवा में अमर जोश का
मेहनत के फलक का
और इंसान में ललक का
इंतजार तो है
जीवन के उस मंत्र का
और स्वयं के एक तंत्र का
इंतजार तो है
इंतजार के लिए धैर्य का
और देश के लिए शौर्य का
इंतजार तो है
Wah bhai best👌👌👌
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