The words of deep emotion are here.

पंखे में धूल

Poetry comes from the highest happiness or the deepest sorrow. - A.P.J.ABDUL KALAM

Tuesday, May 07, 2019

तिनका और घौंसला

एक छोटा सा घास का तिनका क्या कर सकता है कहीं जमीं पर पड़ा -पड़ा कभी आंधी, तूफानों में उड़ा पैरों तले रौंदा जाता बारिशों से सड़ता क्या कर सकता है लेकिन यह सच्चाई नहीं वही तिनका जब मिलता है एक और तिनके से और ऐसे ही हजारों मिलकर, एक घोंसला बनाते हैं जिसमें एक छोटी सी चिड़िया रहती है जो समझती है, हर तिनके को जानती है कद्र करना क्यूंकि उसने धूप की तपिश झेली, आंधियों में उड़ान भरी बारिशों में सहेज, तिनकों को छावों में जोड़ा और एक एक तिनके को इकट्ठा कर अपना घर बनाया जहां वह आज खुश है। फिर मानव स्वयं ही अपनी कद्र नहीं जानता है अपनी योग्यता को, नहीं पहचानता...
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