The words of deep emotion are here.

पंखे में धूल

Poetry comes from the highest happiness or the deepest sorrow. - A.P.J.ABDUL KALAM

Wednesday, September 25, 2019

अदीबा

आज घर मे फिर लड़ाई हुई। एक एक कर घर के सारे सामान बाहर आने लगे। जैसे अचानक खिली धूप के बीच बारिश होने लगे और ओले पड़ने लग जाए, इन ओलों से लगी चोट को सहना बड़ा मुश्किल काम है।इस बात को समझते हुए करीम कुछ बर्तन की चोट सहकर घर से बाहर निकल गया। यह कोई नया तमाशा नही था।अब यह पूरे मोहल्ले के लिए आम बात हो चुकी थी।जब से अदीबा करीम से निकाह कर इस नए घर मे आयी थी तब से ऐसे झगड़े होना बहुत आम बात थी।ऐसा नही था कि उनके बीच कोई मनमुटाव था बल्कि अदीबा के दिमाग मे एक बात घर कर गयी थी।दिमाग भी शैतान का घर होता है, जब तक सही दिशा मे है तो सही मगर जैसे ही दिशा से...
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