The words of deep emotion are here.

पंखे में धूल

Poetry comes from the highest happiness or the deepest sorrow. - A.P.J.ABDUL KALAM

Tuesday, October 30, 2018

कवि

देखो कलम यह, टूट चुकी है स्याही साथ में, सूख चुकी है बिना कलम और स्याही के, कवि बेचारा क्या करेगा नाखूनों से कलम बनाकर, खून की स्याही भरे...
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Thursday, October 25, 2018

आंखो की रोशनी

उन आंखों के लिए कितना सुखद होगा वह क्षण जब सालों बाद मरू भूमि में हलचल शुरू हुई तेज हवाएं चली, फिर से बादल घिरे, और  बारिश हुई और एक बार फिर से जीवन का संचार हुआ  जैसे उन आंखों को फिर से रोशनी मिल गई हो...
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