
कल शाम एक अफवाह फैली
उस दवानल के आग सी
जैसे कोई तूफा आ चला हो
या आसमान से बिजली आ गिरी हो
सभी को इसकी भनक लगी
मगर आवाज ना सुनाई दी
उसी को ढूंढते हुए सब
चौराहे में बनी मूर्ति के पास
चौड़ी निगाह और बड़े कान लिए
उसी पुरानी जगह आ पहुंचे
और देखते ही देखते
एक भीड़ जमा हो गई
कोई सकते में ही आया ...