एक दिन सहसा
इस बोझिल
जिंदगी से उबकर
न जाने उसके मन मे क्या खटका
असमंजस में
वह कूद गया
गांव किनारे कुँए में
नहीं,
अरे नहीं
वह बच गया
कुवाँ सुखा था
और शायद
पहली बार सुना
कोई बच गया
सूखा पड़ने से.....?
The words of deep emotion are here.
Nice lines brother. I can understand the irony behind it.
ReplyDeleteधन्यवाद्
ReplyDeleteNice lines...
ReplyDelete