The words of deep emotion are here.

Wednesday, June 20, 2018

मकड़ी के जाले

आज सालों बाद
उन मकड़ी के जालों में
कुछ फंस आया
वह जाले

गांव के बीचों बीच
एक पुराने घर के
दरवाजे पर लगे थे
शायद आज उन
मकड़ियों का अंदाजा भी सही था 
वह फंसने वाले कुछ
इंसानी प्रजाति के लोग थे
जो कुछ सालों  पहले
उस घर को ठुकरा गये थे
और आज उन्हें
शहर ने ठुकरा दिया 
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